क्या यही श्रद्धा है
?
-एक संवाद
“हे ईश्वर “
“मेरे बच्चे की
तबियत ठीक कर दो “
“धन्यवाद ! भगवान् आपने उसे चंगा कर दिया “
“मेरा तबादला रुकवा
दो ,ईश्वर“
“भगवान नहीं
होता,वरना इतनी प्रार्थना के बाद तबादला रूक ना जाती”
“मेरे पति सकुशल
वापस आ जाएँ घर “
“धन्यवाद भगवान् “
“मेरे बेटे का
सर्वश्रेष्ठ कॉलेज में दाखिला दिला दो “
“इतनी मिन्नतों के
बाद भी आपने उसे ,उस कॉलेज में दाखिला नहीं दिलाया, सब पूजा पाठ व्यर्थ गया “
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