रविवार, 8 मई 2016

रीता ममता

रीता ममता
(चित्र प्रतियोगिता हेतु )
सद्यः प्रसूता  लक्ष्मी ने बड़े कष्ट से बच्चे को जन्म दिया था .बच्चा तो पूर्णतया स्वस्थ हुआ परन्तु लक्ष्मी अपने बच्चे को वह देने में पूर्णतया असमर्थ हो गयी जिस पर एक बच्चे का पहला हक होता ,माँ का दुग्धपान. इस खातिर घर में बकरी पाली गयी,जिसके दूध को बोतल में भर मुन्ने को पिलाया जाता .लक्ष्मी के दिल से इस बात  की कसक जाती ही नहीं थी .उसे अपना होना ही निरर्थक लगता .
    उसदिन कमरे में  बकरी का बच्चा अपनी माँ का स्तनपान कर रहा था ,भूख से बिलबिलाता मुन्ना कौतुहलवश अपनी भूख भूल ,घिसटने की कोशिश करते हुए उन्हें देखने लगा . बकरी के बच्चे का ही तो पहला हक होता है उस की माँ के दूध पर .लक्ष्मी का दिल रो पड़ा अपनी बेजारी पर  .उसे लगा ठन्डे चूल्हे के पास औंधी रखी बटलोही शायद उसकी ही प्रतिबिम्ब है, दोनों ही रीते ।


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